ग्रेटर नोएडा वेस्ट: छात्रा के अपहरण का प्रयास करने वाला आरोपी मुठभेड़ में गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट – थाना बिसरख पुलिस ने 12 वर्षीय छात्रा के अपहरण का प्रयास करने वाले आरोपी को शनिवार को एक पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कैसे हुआ अपहरण का प्रयास?
शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे, गोल्ड वैली स्कूल की एक 12 वर्षीय छात्रा जब स्कूल जा रही थी, तभी एक बाइक सवार युवक ने उसे लिफ्ट देने के बहाने अपनी बाइक पर बैठा लिया। जब छात्रा ने बाइक रोकने के लिए कहा, तो आरोपी ने बाइक की रफ्तार तेज कर दी और छात्रा का अपहरण करने का प्रयास किया।
लड़की ने हिम्मत दिखाते हुए चलती बाइक से छलांग लगा दी। इस घटना में उसे मामूली चोटें आईं, लेकिन उसने अपनी जान बचाने में सफलता पाई। छात्रा किसी तरह से स्कूल पहुंची और तुरंत अपने परिजनों को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
मुठभेड़ में आरोपी कैसे पकड़ा गया?
पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रोजा जलालपुर बॉर्डर के पास चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान आरोपी अनुज, पुत्र किरण पाल, जो गाजियाबाद का रहने वाला है, पुलिस की नजर में आया।
पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने भागने का प्रयास किया और फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। पुलिस की गोली अनुज के पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आरोपी के पास से तमंचा और बाइक बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आरोपी के पास से एक देसी तमंचा, कारतूस और घटना में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की। जांच में यह भी सामने आया कि अनुज ने छात्रा से स्कूल और प्रिंसिपल की जानकारी लेकर उसे बहलाने की कोशिश की थी, ताकि वह उसे अपनी बाइक पर बिठा सके।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि अनुज पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। 2019 में उसे लोहे के पाइप चोरी के मामले में बिसरख पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह वर्तमान में बिसरख क्षेत्र के पटवाड़ी गांव में रहता था और एक सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करता था।
छात्रा और परिवार ने जताया पुलिस का आभार
इस घटना के बाद छात्रा और उसके परिवार ने बिसरख पुलिस और यूपी पुलिस का आभार व्यक्त किया। पुलिस की तत्परता से 12 घंटे के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी ने परिवार को राहत दी है।
इस मामले में पुलिस की जांच अभी भी जारी है और आरोपी के आपराधिक इतिहास के अन्य पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।