नोएडा-ग्रेटर नोएडा में घरों की डिमांड में 34% की बढ़ोतरी: 8130 संपत्तियों की हुई रजिस्ट्री
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के रियल एस्टेट बाजार में जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही के दौरान घरों की मांग और बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवधि में दोनों शहरों में कुल 8,130 संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई, जो पिछले साल की तुलना में 6% अधिक है। वहीं, घरों की मांग में 34% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
6,328 करोड़ का हुआ कारोबार
रियल एस्टेट क्षेत्र पर नजर रखने वाली एजेंसी स्क्वॉयर यार्ड्स के अनुसार, इस तिमाही में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुल 6,328 करोड़ रुपये का आवासीय कारोबार हुआ। नोएडा ने 62% की वार्षिक वृद्धि के साथ जबरदस्त प्रदर्शन किया, जबकि ग्रेटर नोएडा में 13% की वृद्धि हुई।
जेवर एयरपोर्ट बना विकास का इंजन
विशेषज्ञों का मानना है कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे बुनियादी ढांचे के विकास ने इस वृद्धि में प्रमुख भूमिका निभाई है। क्रेडाई पश्चिमी यूपी के सचिव दिनेश गुप्ता ने कहा, “घर खरीदारों का रियल एस्टेट सेक्टर पर बढ़ता भरोसा इस आंकड़े में झलकता है।”
रेडी-टू-मूव घरों की मांग बढ़ी
आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग ने बताया कि घर खरीदार अब रेडी-टू-मूव इनवेंटरी को प्राथमिकता दे रहे हैं। सरकारी नीतियों और प्रोजेक्ट्स के समय पर पूरा होने से बिक्री में तेजी आई है।
कब्जा और रजिस्ट्री पर जोर
निराला वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश गर्ग ने कहा कि 2024 में उनके प्रोजेक्ट्स में 1,156 यूनिट की रजिस्ट्री और कब्जा दिया गया है। वहीं, इरोस ग्रुप ने 258 घरों और 90 दुकानों की रजिस्ट्री पूरी कर कब्जा दिलाने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
घर खरीदारों के लिए रजिस्ट्री का महत्व
रजिस्ट्री घर का कानूनी स्वामित्व प्रदान करती है और यह रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भी महत्वपूर्ण है। पंजीकरण कैंप और सरकारी नीतियों के चलते रजिस्ट्री प्रक्रिया सुगम हो रही है।
रियल एस्टेट सेक्टर के लिए सकारात्मक संकेत
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आवासीय बाजार की यह मजबूती न केवल खरीदारों का भरोसा दिखाती है, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास को भी रफ्तार दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह रुझान और बढ़ेगा।