जेवर एयरपोर्ट की होगी अपनी ई-टैक्सी सेवा, 1200 से अधिक इलेक्ट्रिक टैक्सियां होंगी तैनात
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) ने यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के साथ समझौता करते हुए एक विशेष ई-टैक्सी सेवा शुरू करने की घोषणा की है। यह सेवा पूरी तरह इलेक्ट्रिक होगी और 24×7 उपलब्ध रहेगी। यात्रियों को इस सेवा का लाभ मोबाइल ऐप, वेबसाइट, एयरपोर्ट कियोस्क और कॉल सेंटर के जरिए बुकिंग करके मिलेगा।
पहले चरण में 1200 से अधिक ई-टैक्सियां
एयरपोर्ट के संचालन के साथ ही करीब 1200 से अधिक इलेक्ट्रिक टैक्सियों का संचालन शुरू होगा। इन टैक्सियों का उद्देश्य यात्रियों को हवाई अड्डे से दिल्ली-एनसीआर और अन्य क्षेत्रों तक आसान और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन उपलब्ध कराना है।
कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में बड़ा कदम
एयरपोर्ट पर केवल इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन होगा, जिसमें ग्राउंड सर्विस से लेकर यात्री परिवहन तक के सभी वाहन शामिल होंगे। बैगेज ट्रैक्टर, कार्गो लोडर और विमान पुशबैक ट्रैक्टर जैसे सभी ग्राउंड सर्विस वाहन भी पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होंगे।
ऑनलाइन बुकिंग और चार्जिंग नेटवर्क की सुविधा
यात्रियों की सुविधा के लिए एक मजबूत ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम तैयार किया गया है। यात्री ऐप, वेबसाइट, कियोस्क और कॉल सेंटर से टैक्सी बुक कर सकते हैं। साथ ही, एयरपोर्ट परिसर में टैक्सियों और अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 24 घंटे चार्जिंग नेटवर्क की व्यवस्था भी की जाएगी।
यात्रियों के लिए होगा सुगम अनुभव
एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि यात्रियों को टर्मिनल बिल्डिंग से सीधे पिकअप की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें लंबी दूरी पैदल चलने की आवश्यकता नहीं होगी। यह सेवा यात्रियों को एक सहज और सुविधाजनक अनुभव प्रदान करेगी।
हरित हवाई अड्डे का सपना होगा साकार
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (YIAPL) के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि यह पहल न केवल पर्यावरणीय जिम्मेदारी सुनिश्चित करेगी बल्कि यात्री सुविधाओं के क्षेत्र में एक नई मिसाल भी कायम करेगी। यह हवाई अड्डा देश के सबसे आधुनिक और हरित हवाई अड्डों में शामिल होगा।
भविष्य में अन्य कनेक्टिविटी विकल्प
हालांकि यूपी सरकार ने मेट्रो और रैपिड रेल जैसी दीर्घकालिक योजनाओं पर काम शुरू किया है, लेकिन एयरपोर्ट संचालन शुरू होने के साथ यह टैक्सी सेवा सबसे सुलभ और ठोस विकल्प के रूप में उपलब्ध होगी।
नोएडा एयरपोर्ट से पहली वाणिज्यिक उड़ान अप्रैल 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। यह ई-टैक्सी सेवा न केवल यात्रियों के सफर को आसान बनाएगी बल्कि जेवर एयरपोर्ट को हरित परिवहन प्रणाली का एक आदर्श केंद्र बनाएगी।