ग्रेनो वेस्ट की ऐस सिटी सोसाइटी में वित्तीय ऑडिट का आदेश
ग्रेनो वेस्ट की ऐस सिटी सोसाइटी में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने सख्त कदम उठाते हुए मंगलवार को वित्तीय ऑडिट के आदेश जारी किए। दिल्ली की एक स्वतंत्र कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो एक सप्ताह में ऑडिट पूरा कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
निवासियों की शिकायत पर हुआ ऑडिट का फैसला
सोसाइटी के निवासी आत्माराम राठौर और हिमांशु सिंह ने बताया कि अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (एओए) पर वित्तीय पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया गया है। फरवरी 2025 में एओए का चुनाव होना है, लेकिन मौजूदा पदाधिकारियों ने अब तक खर्चों का हिसाब नहीं दिया है। अक्तूबर में निवासियों ने जिलाधिकारी और डिप्टी रजिस्ट्रार से शिकायत की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू की गई।
बिना अनुमति एफडी तोड़ने का आरोप
निवासी विजय सिंह, हरीश कुमार और अमित सिंह ने बताया कि बिल्डर से हैंडओवर के दौरान एओए को छह करोड़ रुपये की एफडी सौंपी गई थी। इस राशि का उपयोग केवल आपात स्थितियों में करने का प्रावधान था। निवासियों का आरोप है कि मौजूदा एओए ने बिना अनुमति के एफडी से डेढ़ करोड़ रुपये निकालकर छोटे कार्यों में खर्च कर दिए। इस बारे में निवासियों को कोई जानकारी नहीं दी गई।
निजी खातों में ट्रांसफर किए पैसे
निवासियों का यह भी आरोप है कि एओए के सदस्य सोसाइटी के खाते से पैसे निकालकर अपने निजी खातों में ट्रांसफर कर रहे हैं। जब इसका विरोध किया गया, तब पैसे दोबारा सोसाइटी के खाते में जमा किए गए। इन सभी मामलों की अब डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा गहन जांच कराई जाएगी।
एओए ने आरोपों को किया खारिज
एओए के उपाध्यक्ष वरुण ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि सभी खर्च और कार्य निवासियों की सहमति से किए गए हैं। एफडी का मूलधन नहीं तोड़ा गया, केवल ब्याज की रकम का इस्तेमाल सोसाइटी के कार्यों के लिए किया गया है। यह निर्णय जीबीएम (जनरल बॉडी मीटिंग) में लिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि एओए वित्तीय ऑडिट में पूरा सहयोग करेगी।
एक सप्ताह में आएगी रिपोर्ट
दिल्ली की कंपनी द्वारा वित्तीय ऑडिट पूरा करने के बाद रिपोर्ट डिप्टी रजिस्ट्रार को सौंपी जाएगी। निवासियों को उम्मीद है कि ऑडिट के बाद वित्तीय अनियमितताओं पर से पर्दा उठेगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी।