ग्रेनो वेस्ट की निराला एस्टेट सोसाइटी में गणतंत्र दिवस फंड को लेकर विवाद, बिल्डर ने सहयोग देने से किया इनकार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित निराला एस्टेट सोसाइटी में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए फंड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोसाइटी के निवासियों ने आरोप लगाया है कि बिल्डर और एस्टेट मैनेजर ने 26 जनवरी समारोह के लिए फंड देने से साफ इनकार कर दिया है। बिल्डर का कहना है कि वह इस आयोजन के लिए केवल कर्मचारी मुहैया करा सकता है।
एक करोड़ के फ्लैट, लेकिन फंड के लिए असमर्थ
इस सोसाइटी में 2BHK फ्लैट की कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। इसके बावजूद, बिल्डर महज ₹45,650 का योगदान देने में अपनी असमर्थता जता रहा है। खास बात यह है कि यह राशि बिल्डर को अपनी जेब से नहीं बल्कि निवासियों से ली गई मेंटेनेंस फीस में से देनी थी।
व्यवसायिक आयोजनों पर खर्च, लेकिन गणतंत्र दिवस पर कंजूसी
निराला एस्टेट के निवासी और भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष कुमार सौरभ का कहना है कि सोसाइटी का एस्टेट मैनेजर दिवाली, क्रिसमस और न्यू ईयर मेलों का आयोजन धूमधाम से करता है। इन मेलों में व्यवसायिक दुकानों से मोटी कमाई होती है, लेकिन गणतंत्र दिवस समारोह में ऐसा कोई व्यवसायिक लाभ नहीं होता। इसलिए एस्टेट मैनेजर ₹45,650 की मामूली राशि भी खर्च करने को तैयार नहीं है।
आरोप: पारदर्शिता की कमी और धमकी देने का रवैया
निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि एस्टेट मैनेजर दुकानों से हुई कमाई का हिसाब-किताब कभी नहीं बताता और सवाल पूछने पर धमकाने की कोशिश करता है।
निवासियों का गुस्सा, स्वयं करेंगे योगदान
बिल्डर और एस्टेट मैनेजर की इस रवैया से निवासियों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने फैसला किया है कि वे आपस में योगदान कर गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित करेंगे। निवासियों ने कहा, “हमारे देश का गणतंत्र दिवस गौरव का प्रतीक है, और इसे मनाने के लिए हमें किसी से अनुमति या मदद की जरूरत नहीं।”
संवेदनशीलता की कमी पर सवाल
निराला बिल्डर और एस्टेट मैनेजर की इस कार्रवाई ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या लाभ और हानि के तराजू पर तौलकर देशभक्ति जैसे आयोजनों की अहमियत को कम किया जा सकता है? यह मामला अन्य सोसाइटीज के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।