नोएडा की एचआर मैनेजर को रिजेक्टेड कैंडिडेट्स भेज रहे उलटे सीधे मैसेज, लिंक्डइन पर बयां किया दर्द
नोएडा की एक एचआर मैनेजर, हर्षिता मिश्रा, ने सोशल मीडिया पर ऐसे अभद्र संदेशों की तस्वीरें साझा की हैं, जो उन्हें नौकरी में चयन न हो पाने वाले कैंडिडेट्स भेजे है। LinkedIn पर साझा पोस्ट में, टैलेंट एक्विजिशन स्पेशलिस्ट हर्षिता ने इस “चिंताजनक आदत” पर बात की, जहां अस्वीकृत उम्मीदवार पेशेवर सीमाओं को पार कर रहे हैं और बेवक्त अनुचित संदेश भेज रहे हैं। हर्षिता ने इसे नियमित घटना बताया है।
“साफ सब्दो में कहें तो रिजेक्शन एक सीखने का अवसर है, न कि सीमाएं लांघने का निमंत्रण। मेरा फोन नंबर केवल पेशेवर बातचीत के लिए है,” उन्होंने लिखा।
“सबसे खूबसूरत लड़की” और “आवाज सुनने” की अपील
एक रिजेक्टेड कैंडिडेट ने हर्षिता को “दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की” बताते हुए गुस्सा न होने की गुजारिश की। एक के बाद एक संदेशों में, उस व्यक्ति ने हर्षिता को याद दिलाया, “आपने मेरा इंटरव्यू लिया था” और साथ ही लिखा, “आप इतनी खूबसूरत हैं कि मैं आपको भूल नहीं पा रहा हूँ।”
स्क्रीनशॉट्स में देखा गया कि उस व्यक्ति ने बार-बार हर्षिता को संदेश भेजे और बिना किसी जवाब के पांच बार कॉल भी की। यहाँ तक कि उसने सिर्फ “एक या दो सेकंड के लिए” उसकी आवाज़ सुनने की अपील भी की।
अस्वीकृति के बाद प्रेम कविता भेजने का सिलसिला
एक अन्य उम्मीदवार ने अस्वीकृत होने के बाद हर्षिता को प्रेम कविताएँ भेजनी शुरू कर दीं। जब उसने फीडबैक मांगा, तो हर्षिता ने लिखा, “जरूरत से अधिक सुधार की आवश्यकता है। हमारे लिए फिट नहीं है।” इस प्रतिक्रिया के तुरंत बाद, उस व्यक्ति ने यह कहते हुए प्रेम कविताएं भेजनी शुरू कर दी कि वह उनके बिना नहीं रह सकता।
अशोभनीय टिप्पणियाँ
एक और कैंडिडेट ने पहले दूसरे मौके के लिए एक संशोधित रिज्यूमे भेजने की अनुमति मांगी, लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उसने बातचीत को अलग मोड़ पर ले जाकर हर्षिता की शारीरिक सुंदरता पर अशोभनीय टिप्पणियाँ की। उसने लिखा, “उस दिन आप बेहद आकर्षक लग रही थीं!”
असभ्य व्यवहार को उजागर करने का लिया संकल्प
हर्षिता ने इन कैंडिडेट्स के नंबर छुपाए बिना स्क्रीनशॉट साझा किए ताकि “दोषियों को उजागर” किया जा सके। उन्होंने लिखा, “मैं अनुचित व्यवहार के सामने भी शांत और सम्मानजनक रवैया बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हूँ लेकिन इसे मेरी कमजोरी न समझें।”
नेटिज़न्स का समर्थन और सुझाव
सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के बाद लोगों में हलचल मच गई। कई यूजर्स ने हर्षिता को इस स्थिति से निपटने के सुझाव दिए। एक LinkedIn यूजर ने लिखा की, “मैं यह नहीं कह रहा कि यह आपकी गलती है… लेकिन आपको कर्मचारियों से संपर्क केवल आधिकारिक ईमेल के जरिए ही करना चाहिए।”
एक अन्य ने कहा, “दुर्भाग्य से, कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है।” साथ ही उन्होंने पांच सुझाव भी दिए, जैसे कि निजी नंबर साझा न करना, उम्मीदवारों की लिस्ट को लिंग के आधार पर विभाजित करने का आग्रह करना, और कंपनी की लापरवाही पर इस्तीफा देने की सलाह दी।
सोशल मीडिया पर यह मुद्दा लगातार चर्चा में बना हुआ है, और लोग पेशेवर सीमाओं के इस तरह के उल्लंघन को लेकर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।