खुशखबरी: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली सफल लैंडिंग, अप्रैल 2025 से शुरू होगा जेवर एयरपोर्ट का संचालन



उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार हो जाएगा। एयरपोर्ट के निर्माण की गति और उड़ान की संभावित तारीख को लेकर अब तक कई सवाल उठते रहे हैं। दिसंबर 2024 में ट्रायल शुरू होने की उम्मीद है और अप्रैल 2025 से पहली व्यावसायिक उड़ानें इस एयरपोर्ट से भरी जाएंगी।

noida jewar international airport

क्या है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का डिजाइन?

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण ज़्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी द्वारा किया जा रहा है। यह एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें दो रनवे होंगे। एयरपोर्ट के चारों ओर ग्रीन बेल्ट होगी और यात्रियों के लिए यमुना एक्सप्रेसवे से एंट्री की सुविधा मिलेगी। जबकि व्यावसायिक वाहनों के लिए एक अलग मार्ग तैयार किया गया है।

दिसंबर में ट्रायल, अप्रैल 2025 में पहली उड़ान

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मुख्य परिचालन अधिकारी किरण जैन ने बताया कि एयरपोर्ट का ट्रायल दिसंबर 2024 में शुरू होगा। इसके बाद, अप्रैल 2025 में पहली व्यावसायिक उड़ान शुरू करने की योजना है। एयरपोर्ट के लिए एयरोड्रोम लाइसेंस भी प्राप्त हो चुका है। पहले रनवे की लंबाई 4 किलोमीटर है, जिस पर पहली उड़ान भरी जाएगी।

इंडिगो और अकाशा एयरलाइन के साथ हुआ करार

नोएडा एयरपोर्ट के सफल संचालन के लिए इंडिगो और अकाशा एयरलाइन के साथ करार किया गया है। इस करार के तहत, दोनों एयरलाइनों से उड़ान सेवाएं प्रदान की जाएंगी। एयरपोर्ट का पहला चरण अप्रैल 2025 में 12 मिलियन यात्रियों के लक्ष्य के साथ शुरू होगा।

युद्ध स्तर पर हो रहा निर्माण

एयरपोर्ट के निर्माण में करीब 8,000 लोगों को लगाया गया है, जिनमें श्रमिकों के साथ-साथ इंजीनियर और अधिकारी भी शामिल हैं। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि रनवे पूरी तरह तैयार है और नवरात्रि के दौरान कलिब्रेशन लैंडिंग भी सफलतापूर्वक हो चुकी है।

रेल और रैपिड रेल की भी मिलेगी सुविधा

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खासियत यह है कि यहां बेहतर कनेक्टिविटी के लिए भारत रेलवे की मदद से ग्राउंड रेलवे के साथ-साथ रैपिड रेल, मेट्रो और बुलेट ट्रेन की सुविधा भी दी जाएगी। इससे यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचने में सुविधा होगी और यह एयरपोर्ट अन्य एयरपोर्ट से अलग दिखेगा।

विकास में मील का पत्थर साबित होगा नोएडा एयरपोर्ट

उत्तर प्रदेश सरकार को इस एयरपोर्ट के जरिए प्रति यात्री 400.97 रुपये की आमदनी होगी। इस एयरपोर्ट के चालू होने से राज्य को करीब 40-50 प्रतिशत का राजस्व मिलेगा, जिससे प्रदेश के विकास में बड़ा योगदान होगा। माना जा रहा है कि इस एयरपोर्ट के शुरू होने से न केवल दिल्ली एयरपोर्ट का भार कम होगा बल्कि नोएडा और एनसीआर के विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के विकास में एक अहम भूमिका निभाने जा रहा है। अप्रैल 2025 में पहली उड़ान शुरू होने की योजना के साथ, यह एयरपोर्ट क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।

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