नोएडा में 26 जनवरी से ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ नियम लागू



सड़क सुरक्षा के लिए उठाया बड़ा कदम, बिना हेलमेट पेट्रोल देने पर रोक

नोएडा में 26 जनवरी से ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ अभियान लागू किया जाएगा। जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि जो दोपहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते, उन्हें पेट्रोल नहीं मिलेगा। यह कदम बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए उठाया गया है।

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि यह आदेश यूपी परिवहन आयुक्त बीएन सिंह के निर्देश पर लागू किया जा रहा है। 8 जनवरी को जारी पत्र में उन्होंने इस अभियान की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।

noida no helmet no petrol rule
प्रतीकात्मक AI तस्वीर

पेट्रोल पंपों पर लगाए जाएंगे बड़े होर्डिंग और CCTV कैमरे

जिले के सभी पेट्रोल पंपों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने परिसर में ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ के बड़े होर्डिंग लगाएं। साथ ही, सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं ताकि नियम तोड़ने वालों की निगरानी की जा सके। पेट्रोल पंप कर्मचारी सुनिश्चित करेंगे कि बिना हेलमेट पहने किसी भी बाइक सवार को ईंधन न दिया जाए।

डीएम वर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालकों को जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर और अन्य सामग्री भी वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगा।

नोएडा में 8 लाख चालान हुए जारी

नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि पिछले वर्ष 8 लाख से अधिक बाइक चालकों के चालान काटे गए, जिनमें से अधिकांश बिना हेलमेट पकड़े गए। डीसीपी ट्रैफिक के अनुसार, सड़क सुरक्षा माह के तहत ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। प्रमुख चौराहों और मार्गों पर ट्रैफिक कर्मी तैनात हैं।

पेट्रोल पंप संचालकों की चिंता

यूपी पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव धर्मवीर चौधरी ने इस नियम के पालन में आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पहले भी इस प्रकार का अभियान चलाया गया था, लेकिन विवाद और झगड़े की स्थिति के कारण इसे लागू करना मुश्किल हो गया था। कई बार बाइक सवार हेलमेट उधार लेकर नियम का उल्लंघन करते हैं, जिससे अभियान की मंशा कमजोर पड़ जाती है।

2019 में भी चला था ऐसा अभियान

यह अभियान 2019 में भी शुरू किया गया था, लेकिन केवल एक महीने ही चल पाया। अधिकारियों का कहना है कि अभियान के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई थी। अब इसे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।

सड़क सुरक्षा को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में समीक्षा बैठक में दुर्घटनाओं को 50% तक कम करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल’ अभियान को दोबारा लागू किया जा रहा है।

(Visited 75 times, 7 visits today)