नया पैन कार्ड 2.0: जरूरी या वैकल्पिक? जानें पैन कार्ड 2.0 से जुड़े हर सवाल का जवाब
नई दिल्ली: भारत सरकार ने पैन कार्ड 2.0 लॉन्च कर दिया है, जो पुराने पैन कार्ड का अपग्रेडेड वर्जन है। डिजिटल इंडिया अभियान के तहत शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के जरिए पैन कार्ड में क्यूआर कोड जैसी आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं। क्या यह सभी के लिए अनिवार्य है या वैकल्पिक? इसका उपयोग कैसे होगा? आइए जानते हैं हर सवाल का जवाब।
पैन 2.0 में क्या होगा खास?
पैन 2.0 में क्यूआर कोड होगा, जिससे पैन कार्ड की पहचान और सत्यापन की प्रक्रिया आसान और तेज हो जाएगी। इसे स्कैन करने पर धारक की फोटो, हस्ताक्षर, नाम, माता-पिता का नाम और जन्मतिथि जैसी जानकारी ऑनलाइन दिखाई देगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) ने बताया कि इससे पैन और टैन मैनेजमेंट अधिक सुव्यवस्थित हो जाएगा।
क्या सभी को बनवाना होगा नया पैन कार्ड?
नहीं, जिनके पास पहले से पैन कार्ड है, उन्हें नया पैन बनवाने की जरूरत नहीं होगी। मौजूदा पैन कार्ड मान्य रहेगा। हालांकि, अगर आप अपनी जानकारी में कोई बदलाव करना चाहते हैं, तो अपडेटेड पैन कार्ड पैन 2.0 के रूप में जारी होगा।
कितना होगा खर्च?
नया ई-पैन पूरी तरह मुफ्त मिलेगा। अगर आप फिजिकल कॉपी चाहते हैं, तो मात्र ₹50 में इसे घर मंगवाया जा सकता है।
नए पैन कार्ड के लिए आवेदन कहां करें?
पैन 2.0 के लिए आवेदन या जानकारी अपडेट करने के लिए आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
डुप्लीकेट पैन कार्ड रखने पर क्या होगी सजा?
अगर किसी के पास एक से अधिक पैन कार्ड हैं, तो उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है। आयकर अधिनियम की धारा 272B के तहत डुप्लीकेट पैन कार्ड रखने पर ₹10,000 का जुर्माना लगाया जा सकता है।
PAN 2.0 में शामिल विशेष फीचर्स
- क्यूआर कोड: पैन की ऑनलाइन पहचान आसान होगी।
- बैंकिंग इंटरफेस: सभी वित्तीय लेन-देन के लिए आसान इंटरफेस।
- यूनिफाइड पोर्टल: सभी सेवाओं के लिए एक ही पोर्टल।
- कॉमन बिजनेस आईडेंटिफायर: व्यापार जगत के लिए एक ही पहचान संख्या।
- साइबर सुरक्षा: साइबर फ्रॉड रोकने के लिए उन्नत सुरक्षा।
पैन 2.0, सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है, जो पैन कार्ड को अधिक सुरक्षित, सुविधाजनक और डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मौजूदा पैन कार्ड धारकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनका पुराना पैन भी वैध रहेगा।