AQI 500 पार, गौतमबुद्धनगर में 23 नवंबर तक स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने खतरनाक स्तर को पार कर लिया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार पहुंचने से हवा जहरीली हो गई है, जिसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों को 23 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है और कक्षाओं को ऑनलाइन संचालित करने का आदेश दिया है।
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप)-4 लागू है, जिसके तहत कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदूषण पर कैसे रोक लगे?
बिसरख मंडल के पूर्व भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष ने सुझाए समाधान
इस संदर्भ में हमारे संवाददाता ने बिसरख मंडल के पूर्व भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष कुमार सौरभ से विशेष बातचीत की। उन्होंने प्रदूषण और अन्य स्थानीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने सोसाइटीज में डीजल जनरेटर (डीजी सेट) के स्थान पर सीएनजी या पीएनजी संचालित उपकरणों के उपयोग का सुझाव दिया। उनका मानना है कि ये ईंधन प्रदूषण को काफी हद तक कम कर सकते हैं, क्योंकि इससे टॉक्सिन, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन न्यूनतम होता है। उन्होंने इसे पर्यावरण के लिए अनुकूल और आर्थिक रूप से किफायती बताया।
ग्रेनो वेस्ट की निराला एस्टेट सोसाइटी के निवासी श्री अमित शर्मा जी ने कहा कि क्षेत्र में जल्दी से जल्दी मेट्रो लाने की आवश्यकता है। मेट्रो का संचालन शुरू होने से छोटे वाहनों का उपयोग कम होगा, जिससे प्रदूषण और ट्रैफिक जाम की समस्या में राहत मिलेगी।
AQI: हवा की गुणवत्ता का मापक
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक सूचकांक है जो हवा की गुणवत्ता को मापता है। यह बताता है कि जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं, वह कितनी साफ या खतरनाक है। AQI के जरिए हवा की स्थिति से जुड़े संभावित स्वास्थ्य प्रभावों की जानकारी भी दी जाती है।
निष्कर्ष:
प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार और आम जनता को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे। बेहतर ईंधन के इस्तेमाल और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे उपायों से इस समस्या को कम किया जा सकता है।